दिल तो है दिल
दिल तो है दिल
कब तक चलेगा यादों का सिलसिला,
कब तक ये दिल बेचैन होगा।
इश्क़ नहीं मुकदमा हो गया,
जाने कब फैसला होगा।
अजीब मुसीबत में हूँ यारों....
याद करूं तो वो बुरा मान जाती है न करूं तो दिल।
बिछड़ जाने का गम करें कि तेरे याद आने का
तू ही बता क्या करें इस दिल का।
तू पहले से ही नादान थी या तू अब नादान है
तू पहले से ही अनजान थी,तू अब भी अनजान है।
न समझ मेरे इस दर्द को कोई गम नहीं
पर खुश रहने की एक्टिंग तो अच्छी किया कर।

