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दिल से

दिल से

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जीने का ज़रिया तलाशता हूँ,

तो तुझे सामने पाता हूँ,

सच कहता हूँ, जहाँ भी गया,

राह दिखाने वाले तुम थे।


मैंने बादशाही हासिल की,

साम्राज्य जीता, सारा जहाँ जीता,

विजेता बना, बनाने वाले तुम थे।

मैदान में, कोई था नहीं,

मुकाबला करने वाले, मुकाबला किया तो,

कराने वाले तुम थे।


हसरत मिली, दुआ मिला,

अपनों का प्यार मिला,

ख़ुशी का संसार मिला,

मिलाने वाले तुम थे।

एक तू ही तो था, सब कुछ मेरा,

मुझ में समाया हुआ, आत्म चक्षु से देखा तो,

दिल में रहने वाले तुम थे।


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