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Anagha V

Abstract

3.6  

Anagha V

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दिल की बात

दिल की बात

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आकाश सितारों से भरा था 

 लेकिन मैं तुम्हें घूर रहा था

समुद्र मोती से भरा था

लेकिन मैं तुम्हें घूर रहा था।

तुम जो प्यार देते हैं

मेरा मन मुस्कुराता है।

जो देखभाल तुम करते हैं

मेरी आँखों में चमक ला देता है।

यह प्यार है या वह क्या है ?

क्या यह सिर्फ एक एहसास या असली ?


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