दीवाना
दीवाना
दीवाना कहते हैं लोग मुझे, कि पागल कहते हैं लोग मुझे।
तेरा नाम लेकर ओ बेवफा, के शायर कहते हैं लोग मुझे।
पूजा करता हूँ रोज तेरी, तेरा घर मेरा एक मंदिर है।
फिर चौखट पर तेरी आने से क्यों रोका करते हैं लोग मुझे।
दीवाना कहते हैं लोग मुझे, कि पागल कहते हैं लोग मुझे।
तेरा नाम लेकर ओ बेवफा, के शायर कहते हैं लोग मुझे।
पूजा करता हूँ रोज तेरी, तेरा घर मेरा एक मंदिर है।
फिर चौखट पर तेरी आने से क्यों रोका करते हैं लोग मुझे।