दीवाली
दीवाली
दीवाली , मां तेरे बिन अधूरी है
खुशी कोई वी लगती पूरी ना,
सब फीके लगते पकवान मीठे,
याद आती तेरे खिलाई चूरी मां,
जपता है जैसे तुमने गले लगाया ,
जब वी लपेटी तुमरी चुनरी मां,
सम्हाले संभलता नहीं अपना आप,
तभी रोना भी लगता जरूरी ना,
याद आती बहुत तिहारी,
काश होती तुम साथ मेरे
दीवाली होती खुशियों भरी मेरी मां
याद आती बड़ी तुम्हारी मां