STORYMIRROR

Supriya Kumari

Abstract Inspirational

3  

Supriya Kumari

Abstract Inspirational

धागा सच्चे रिश्तों का

धागा सच्चे रिश्तों का

1 min
85



सावन का पावन महीना आया,

भाई बहन का प्यार साथ ले आया,

सच्चे रिश्ते और प्रेम के इस त्यौहार में,

भाई बहन को फिर से एक साथ मिलाया।।


बड़ा ही सुंदर यह त्यौहार,

ख़ुशियाँ लेकर आए अपने साथ,

खूब सारी मिठाइयां और पकवान के साथ,

बहन ने किया भाई का स्वागत,

रंग बिरंगे राखी के साथ,

बहना ने भाई की कलाई पर

राखी बांधी उसके कर्तव्य दिलाए याद।।


बड़ा ही सुंदर यह रिश्ता,

बचपन की वो यादें इस त्यौहार की याद दिलाए ,

बड़ा ही सुंदर और खास यह त्यौहार ,

साथ खेल कर झगड़ कर बचपन की वह यादें ताजे।।


बड़ा ही सुंदर यह त्यौहार,

सावन का महीना आया,

भाई बहन का प्यार साथ ले आया ।।


दीपक और चंदन के साथ,

बहन ने भाई का किया सिंगार,

बढ़ते साल के रिश्तो के साथ,

मजबूत होता है यह विश्वास,

राखी के इस त्यौहार के साथ,

भाई बहन का प्यार और मिठास।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract