दादा दादी के साथ बिताए वो पल
दादा दादी के साथ बिताए वो पल


दादा दादी का साथ हर किसी के लिए अनमोल है होता,
दादा दादी का प्यार किसी किसी को ही है मिलता,
दादा दादी जो बचपन में कहानियां है सुनाते,
बचपन की वो कहानियां पूरे जीवन प्रेरित है करती,
दादा दादी का निस्वार्थ भाव से किया प्यार
हर किसी के लिए अनमोल है होता,
दादा दादी का बच्चों को हर गलती करने के बाद भी
माफ कर देना सब को नहीं है मिलता,
दादा दादी बच्चों को मां बाप की हर डॉट से है बचाते,
आज की एकल परिवार की दुनिया में
दादा दादी की जरूरत बढ़ है जाती,
दादा दादी आज सम्मान के है अधिकारी,
दादा दादी आज बच्चों कि जरूरत है भारी,
अपने बच्चों को कभी इस छत्र छाया से नहीं है बचाना,
उन्हें दादा दादी के प्यार से वंचित नहीं है करना,
दादा दादी को हमेशा अपने साथ अपने ही घर में रखना है जरूरी,
उन्हें कभी भी वृद्धाश्रमों में भेजना नहीं है जरूरी,