चलो आज कुछ नया करें
चलो आज कुछ नया करें
ज़ब भी कुछ करना हो
सोचो समझो निर्धारित
करो उद्देश्य पथ पराक्रम
परिणाम!!
कुछ भी ज़ब करना चाहो
नव हो विधि विधान नव
अध्याय आयाम
लिक लिंक मे अंतर
लिंक उद्देश्य पथ भ्र्ष्ट
भ्रष्टाचार भय लीक
परम्परा परिवर्तन कि वाधा
विराम
जिंदगी चलने का नाम
भाग्य कायर कि काया
विश्वास आलस्य जीवन
जीवेत जाग्रत विराम!!
नव चिंतन नव कल्पना
अंवेषण प्रयोग परमार्थ
परिणाम नव उपलब्धि
समय समाज युग प्रेरणा
पथ पुरुषार्थ!!
नव सोच नव कर्तव्य
दायित्व बोध नव संवेदना
शाश्वत का नया कुछ करने
हासिल करना नव क्रांति
चेतना शांखनाद!!
नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश!!
