STORYMIRROR

VIPIN KUMAR TYAGI

Abstract

2  

VIPIN KUMAR TYAGI

Abstract

बसंत ऋतु और हम

बसंत ऋतु और हम

1 min
96

बसंत ऋतु का आगमन बड़ा ही मनमोहक होता,

बसंत ऋतु में चारो ओर हरियाली ही होती,

बसंत ऋतु का आगमन सर्द सर्दियों के बाद होता,

बसंत ऋतु के आगमन से लोग सर्दियों के चंगुल से बाहर निकल खुशियां मनाते,

बसंत ऋतु में चारो ओर मनमोहक दृश्य होते,

बसंत ऋतु में पतझड़ हुए पेड़ों पर भी बहार आ जाती,

बसंत ऋतु में चारो ओर फूल ही फूल दिखाई देते,

बसंत ऋतु में वीरान पड़े बगीचों में भी बहार आ जाती,

बसंत ऋतु में हर कोई आनंद से सरोबार होता,

बसंत ऋतु हर चेहरे पर मुस्कान लाती,

बसंत ऋतु में न गर्मी ,न सर्दी होती,

बसंत ऋतु सभी ऋतुओं में सबसे सुंदर होती,

बसंत ऋतु का सबसे बड़ा त्योहार बसंत पंचमी होता,

बसंत पंचमी पर लोग शिक्षा की देवी मां सरस्वती की आराधना करते,

बसंत ऋतु बच्चो को पढ़ाई की प्रेरणा देती,

बसंत ऋतु किसानो के लिए भी बहुत कुछ लेकर आती,

ऋतुओं मे ऋतु बसंत ऋतु सर्वोत्तम होती,

बसंत ऋतु की प्रतीक्षा हर कोई करता,

बसंत ऋतु का आगमन बड़ा ही मनमोहक होता,

बसंत ऋतु में चारो ओर हरियाली ही होती!


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract