बन पाओगे क्या??
बन पाओगे क्या??
प्यार तो सब करते हैं,
तुम इबादत कर पाओगे क्या??
मुझे साथी नहीं चाहिए,
तुम मेरे हमसफर बन पाओगे क्या??
कसमें वादे तो सब करते हैं,
तुम सिर्फ यकीन कर पाओगे क्या??
मुझे प्रेमी नहीं चाहिए,
एक अच्छे दोस्त बन पाओगे क्या??
औरत को तो सब इस्तेमाल करते हैं,
तुम उससे अपनी परछाई बनाए रखोगे क्या??
हर मर्द को औरत से सुख चाहिए,
तुम एक औरत को सुख दे पाओगे क्या?
औरत के इज्जत पर मर्द हाथ डाले,
तो औरत को चरित्र हीन कहा जाता है,
एक औरत को चरित्र हीन न कहकर,
तुम उस मर्द की जान ले सकते हो क्या??
जीने मरने की कसमें तो सब खाते हैं,
तुम साथ चलने का कसम खाओगे क्या??
में तुम्हे अपना देवता मानूंगी तो
तुम मुझे एक देवी का दर्जा दे पाओगे क्या??
जिंदगी के सफर में तो सब साथ चलते हैं,
पर तुम मौत तक भी मेरा साथ निभाओगे क्या??
में मार भी जाऊंगी तो तुम्हे अपने पास नहीं बुलाऊंगी,
पर अखरी सांस तक तुम मुझे बचाने की कोशिश करोगे क्या??
खुशियों में तो सब साथ देते हैं,
तुम मेरे दुख में मेरे साथ रोओगे क्या??
मुश्किलों में तो सब सलाह देते हैं,
तुम मेरे साथ मिलकर मुश्किलें पार करोगे क्या??
ज़िंदगी में एक ऐसा इंसान का होना जरूरी है,
जो हमें खुदसे ज्यादा पहचान सके,
आज के दौर में ऐसा इंसान पाना मुश्किल है,
जबकि संसार में सिर्फ हम ही हमारे अपने हैं।।