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Phool Singh

Abstract Drama Action

4  

Phool Singh

Abstract Drama Action

बहुत दिनों बाद

बहुत दिनों बाद

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बहुत दिनों बाद उनसे मिले हम 

खुशहाली का हल सुने हम 

खुमारी का नशा छा गया 

कैसे कहें हम बस मजा आ गया।


 बचपन का हो आया स्मरण 

लम्हे जिनको भूल गए हम 

भूली बिसरा सब याद आ गया

 कैसे कहें हम बस मजा आ गया।


हँसी ठिठोली खूब किए हम 

यारों संग जब भी मिले हम 

दुख दर्द सारा समाप्त हो गया 

कैसे कहें हम बस मजा आ गया।


यारों की टोली फिर साथ लिए हम 

उड़धंग बड़ी मौज किए हम 

लड़कपन सारा याद आ गया 

कैसे कहें हम बस मजा आ गया।


 पापा-मम्मी की डांट सुने हम 

मनमर्जी भी खूब किए हम 

याद कर सब कुछ नशा छा गया 

कैसे कहें हम बस मजा आ गया।


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