बेटियाँ घर की अमूल्य धरोहर
बेटियाँ घर की अमूल्य धरोहर
बेटियाँ घर की रौनक होती है
ईश्वर का अमूल्य उपहार होती है
घर की लक्ष्मी होती है
घर की देवी स्वरूप होती हैं
माँ बाप की चौखट को महकाती है
अपने घर को चमन बनाती है
जहां जाए उसी घर को चमन बना देती है
क्योंकि बेटियाँ घर की रौनक होती है
ईश्वर का अमूल्य उपहार होती है
अपने माँ बाप को परेशान किए बिना ही
आगे बढ़ती जाती है
वह माँ के घरेलू कार्य में हाथ बंटाती है
पापा के लिए बिना कहे चाय बनाती हैं
हर परेशानी में माँ बाप का सहारा बनती है
क्योंकि यह बेटियाँ ही घर की रौनक होती है
ईश्वर का अमूल्य उपहार होती है
जब बेटे वृद्ध माँ बाप का सहारा बनने से
इंकार कर देते हैं
उन्हें वृद्ध आश्रम भेजने की तैयारी कर लेते है
तब यही बेटियाँ माँ बाप का सहारा बनती है
उन्हें सम्मान देती है उन्हें अपने साथ रखती है
क्योंकि बेटियाँ घर की रौनक होती है
ईश्वर का अमूल्य उपहार होती है
बेटियाँ के बिना माँ बाप का आंगन सूना हो जाता है
माँ बाप का जीवन उदास हो जाता है
इनके जाने के बाद इनकी उपस्थिति का
आभास होता है
क्योंकि बेटियाँ घर की रौनक होती है
ईश्वर का अमूल्य उपहार होती है