बात करना भी जरूरी होता है
बात करना भी जरूरी होता है
बात करना भी जरूरी होता है।
लोग नहीं, बात करने के लिए लफ़्ज़ चाहिए मेरे दोस्त
कभी आज़माकर देखना
यह कोरे कागज़ भी तेरी खामोशी सुनते हैं।
चाहे खुद का दर्द खुद से ही बाँट लिया कर
कभी खुद को समझाया कर, तो कभी डांट लिया कर।
माना कि तुम मुश्किल का हल नहीं दे सकते।
माना कि तुम कमज़ोर को बल नहीं दे सकते।
फिर भी यह कहना-
कि मैं तुम्हारे साथ हूं
याराना यहीं से तो शुरू होता है
कभी कभी.... बात करना बहुत जरूरी होता है।
तू मर्जी चाहे अपनी रखना
लेकिन मशवरा करने में तो हर्ज़ नहीं।
सलाह के बहाने चाहे मर्जी सुना दिया कर,
बस एक बार पूछ लेना भी काफी होता है।
कभी कभी.... बात करना भी ज़रूरी होता है।
कोई दर्द तेरा सुने न सुने,
तू ज़ुबान से बोल निकालना ज़रूर।
सुना है जुबां का वास्ता दिल से होता है
तेरे आंसू न थमेंगे पर,
तू खुद को हौसला देकर संभालना ज़रूर।
यह दिल का भार ऐसे ही तो खाली होता है।
क्योंकि....बात करना बहुत ज़रूरी होता है।
