औरत की कहानी
औरत की कहानी
औरत की कहानी औरत सच में बहुत झूठी होती है। पता है क्यों,
छुप कर रोती है
और दुख जाहिर नहीं करती । खुश ना हो तो भी सबके सामने हंस-हंसकर ऐसे बोलती है मानो इनको कोई दुख ना हो ।
अपने हर गम को छुपा कर कहती है
""मैं तो खुश हूं" माफ कर देती है मगर भूलती नहीं है और फिर भी किसी से कुछ कहती नहीं है ।
मनपसंद का सूट ना मिले तो पूरे घर को सर पर उठाने वाली शादी के बाद ख्वाहिशों को मार लेती है! जीवन साथी अगर पसंद ना हो तो भी मां-बाप की • खुशी की खातिर पूरी जिंदगी उसके साथ बिता देती है!
कुछ भी कहो यह औरत सच में बहुत झूठ बोलती है।
