Shilpa Sekhar
Abstract
अक्सर मुझे लोग कहते हैं कि मैं हूं अलग,
मेरे सोच - विचार नहीं आता उनको समझ।
छोटी बनना है
क्यों है?
नेक इरादा
धुम्रपान
हंसी
साथ रहो
हम साथ साथ है...
अलग
धरती पर भगवान
सेहत बनाओ!
आ गई है ढलक तक ये उम्र कैसे। फिर तरुन्नम बन गई है बात कोई।। आ गई है ढलक तक ये उम्र कैसे। फिर तरुन्नम बन गई है बात कोई।।
आखिरी मुलाकात का इंतजार न कर, मिलन की हर चाहत में ये सँवरती है। आखिरी मुलाकात का इंतजार न कर, मिलन की हर चाहत में ये सँवरती है।
आज्ञाकारी श्रवण पुत्र की तरह वह, ख्वाब तो यही देखा है मैंने। आज्ञाकारी श्रवण पुत्र की तरह वह, ख्वाब तो यही देखा है मैंने।
बस प्यार की भूखी हूँ नाम रोशन करके दिखलाऊंगी बेटा नहीं तो क्या बेटी हूँ बस प्यार की भूखी हूँ नाम रोशन करके दिखलाऊंगी बेटा नहीं तो क्या बेटी हूँ
आम जनता को कर लेगें इस तरह नजर बंद , आम जनता वोट देने को हो जाएगी फिर रजामंद। आम जनता को कर लेगें इस तरह नजर बंद , आम जनता वोट देने को हो जाएगी फिर रजामंद।
ये मेरी नजरें जो हैं खतावार हुई, जबसे तेरी नजरों से ये दो चार हुई, ये मेरी नजरें जो हैं खतावार हुई, जबसे तेरी नजरों से ये दो चार हुई,
वैसा सच जिसका बुनियाद झूठ पर टिका हैं। वैसा सच जिसका बुनियाद झूठ पर टिका हैं।
आजाद गगन आजाद पवन उड़ता पंछी आजाद चमन। आजाद गगन आजाद पवन उड़ता पंछी आजाद चमन।
कुंज में गूँज है, गूँज में निकुंज है, निकुंज में संकोच है। कुंज में गूँज है, गूँज में निकुंज है, निकुंज में संकोच है।
रेत है छलावा, मुसलसल इस रेत को छोड़ आ जाते हैं किसी चट्टान पे रेत है छलावा, मुसलसल इस रेत को छोड़ आ जाते हैं किसी चट्टान पे
अब गिले शिकवे भी करके क्या करना है जब ठोकरें दोहरा दें कि साथ नहीं चलना है, अब गिले शिकवे भी करके क्या करना है जब ठोकरें दोहरा दें कि साथ नहीं चलना है,
बताओ ये हकीकत है या अफसाना है हां यही जो दिल में मेरे आना जाना है। बताओ ये हकीकत है या अफसाना है हां यही जो दिल में मेरे आना जाना है।
क्लास पूरी करते स्कूल का समय पूरा करते स्कूल से वापस घर को आते। क्लास पूरी करते स्कूल का समय पूरा करते स्कूल से वापस घर को आते।
हाँ बावला है मन, कुछ बेफिकरा भी हैं पर बेचैनी भी इतनी, कि एक पल चैन नहीं। हाँ बावला है मन, कुछ बेफिकरा भी हैं पर बेचैनी भी इतनी, कि एक पल चैन नहीं।
तोड़ दो उन जंजीरों को जो पड़ी है मन के गर्भ में, तोड़ दो उन जंजीरों को जो पड़ी है मन के गर्भ में,
अथक संघर्ष करना पड़ेगा.... दूर तक चलना पड़ेगा अथक संघर्ष करना पड़ेगा.... दूर तक चलना पड़ेगा
आस विश्वास भी मुश्किलों में प्रयास है, जीवन का सदा ही लगता ये सार है। आस विश्वास भी मुश्किलों में प्रयास है, जीवन का सदा ही लगता ये सार है।
समय-समय पर हृदयों की भी, अब पीर बदलती रहती है। समय-समय पर हृदयों की भी, अब पीर बदलती रहती है।
इक छोटे से जीव ने सीख बडी समझा दी पृथ्वी अकेले मानव की ही नहीं थी सारी। इक छोटे से जीव ने सीख बडी समझा दी पृथ्वी अकेले मानव की ही नहीं थी सारी।
हाथ कभी यह नहीं छूटे, तोड़े नहीं यह रिश्ता हम।। हाथ कभी यह नहीं छूटे, तोड़े नहीं यह रिश्ता हम।।