आरोपी का महिमामंडन
आरोपी का महिमामंडन
UP में हर पल सिर पर मौत नाच रही थी उसके
महादेव की नगरी में मौत का माहौल ही खत्म हो गया।
क्या अफसर ,क्या अधिकारी, क्या नेता
मानों सबका बचना बचाना पहले से ही तय हो गया।
जिसने भगाया उसी पर पकड़वाने का नाम हो गया
एक पुलिस वाला ही दूसरे पुलिस वाले की
जान लेने का आरोपी हो गया,
तो वहीं नेताओं का राजनीति कर
यहां पर भी खुदको बचने-बचाने का काम हो गया।
जो है आरोपी उसका तो यहां महिमामंडन का काम हो गया,
यहां तो एक पुलिस वाला ही दूसरे
पुलिस वालो की जान लेने का आरोपी हो गया
क्या अफसर, क्या अधिकारी, क्या नेता
यहां तो हर मोस्ट वांटेड को उनका संरक्षण प्राप्त हो गया।
परिवार के सदस्यों को मारने के
पीछे परिवार वालों का ही नाम हो गया
मोस्ट वांटेड का पकड़े जाना भी अपना अलग स्वैग हो गया
जो है आरोपी उसका तो यहां, महिमामंडन का काम हो गया।
क्या अफसर, क्या अधिकारी, क्या नेता,
यहां तो एक विकास दूबे को मारकर,
सैकड़ों विकास दूबे को बचाने का काम हो गया
जो है आरोपी उसका तो यहां महिमामंडन का काम हो गया।
