आओ कभी फ़ुरसत लेकर
आओ कभी फ़ुरसत लेकर

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आओ कभी फ़ुरसत लेकर ,
तुमसे काफी सारी बातें करनी है।
कुछ बताना है, कुछ जताना है,
मुझे मेरे दिल की बातें सारी,
तुमसे साझा करनी है।
आओ कभी फ़ुरसत लेकर ,
तुमसे काफी सारी बातें करनी है।
कुछ बातें रह गई थी अधूरी,
उसे अब मुझे पूरा करना है।
दिल के कोरे पन्नों पर,
रंग इश्क का तुम्हारे भरना है।
कुछ सपने मेरे है,
कुछ ख़्वाब तुम्हारे,
अपने सपने सच,
तुम्हारे ख्वाबों को अपना करना है।
अब तो फनाह होकर तुम पर,
अपना इश्क मुक्कमल करना है।
मुझे तुम्हें कुछ बताना है,
कुछ जताना है,
मुझे मेरे दिल की बातें सारी,
तुमसे साझा करनी है।
आओ कभी फ़ुरसत लेकर ,
तुमसे काफी सारी बातें करनी है।