STORYMIRROR

Anvi Goyal

Abstract

3  

Anvi Goyal

Abstract

आकाश

आकाश

1 min
448

यहां विशाल आकाश जो,

पूरे संसार को घेरते हैं,

यह विशाल आकाश जिसमें,

पक्षियों उड़ते हैं।


यह नीले आकाश में,

बादल बनते हैं,

यह नीले आकाश कि हमें,

विविध रूप भी दिखते हैं।


कभी इस आकाश के बादल,

मूसलाधार वर्षा करते हैं,

कभी इस आकाश के तारे,

रात में टिमटिमाते हैं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract