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Aakanchha Singh

Inspirational

4.4  

Aakanchha Singh

Inspirational

आकाँक्षा

आकाँक्षा

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आकांक्षाओ की कोई सीमा नही होती,

अपनी आकांक्षाओ को समेटो, मत बिखरने दो

हर आंखों को हक है की वो आकांक्षाओ से भरी रहे।


कैसी होती होगी वो जिन्दगी जिसमे कोई आकांक्षाये नही होती होंगी,

"आकांक्षाओ से भरी निगाहें आकर्षक मालूमात पडते है"

व्यक्तितव अधूरा सा लगता है आकांक्षाओ के बिन।


किसी को खुशी देने की आकांक्षा

किसी को प्यार करने की आकांक्षा

सपनो को पाने की आकांक्षा,अनगिनत सी आकांक्षाये हैं ।


नमुकम्मल सी कोशिशे है ,एक मुट्ठी आसमान को तरसते हैं

रोजमर्रा की जिन्दगी मे रोज जीते रोज मरते हैं ।


आकांक्षाओ को लोभ का नाम मत दो,ये तो स्वाभिमान की निशानी होती है।


आंखों मे व्यक्तितव का दर्पण साफ दिखायी पड्ता है,

खुले आसमान के नीचे बैठकर आसमान को तकना

अपनी आकांक्षाओ को मेहसूस करना उन्हे पुरा करने की कोशिश मे लगे रहना वाकई खूबसूरत है।


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