जगा उसको वो ही सुलझाएगा, सारी गुत्थियां। वो ही बनेगा तेरी प्रेरणा, तेरा बल। जगा उसको वो ही सुलझाएगा, सारी गुत्थियां। वो ही बनेगा तेरी प्रेरणा...
ऊंची है सपनों की उड़ान मेरी बहुत दूर है मुझे जाना । ऊंची है सपनों की उड़ान मेरी बहुत दूर है मुझे जाना ।
आकांक्षाओ की कोई सीमा नही होती, अपनी आकांक्षाओ को समेटो, मत बिखरने दो! आकांक्षाओ की कोई सीमा नही होती, अपनी आकांक्षाओ को समेटो, मत बिखरने दो!
दूर गगन में देखो लौह खगों को, यह है कृत्रिमता की पराकाष्ठा। दूर गगन में देखो लौह खगों को, यह है कृत्रिमता की पराकाष्ठा।
विभेद मतभेद मक्कारी गद्दारी छद्म स्वार्थ रूप।। विभेद मतभेद मक्कारी गद्दारी छद्म स्वार्थ रूप।।
उम्र भर मैं कविता लिखती रही कभी कुछ तो कभी कुछ. उम्र भर मैं कविता लिखती रही कभी कुछ तो कभी कुछ.