दो पौधे
दो पौधे
दोनों एक ही समय पर लगाये गए। खाद की कोई कमी न थी पर कुछ समय पश्चात दोनों सूखने लगे। कुछ समझ न आया। बच्चे पौधों को पानी देते थे, सरल स्वभाव के थे उन पोधों को भी पानी देते जो सूख कर तिनका हो चुके थे। एक दिन सब बच्चे खुश थे क्योंकि सूखे पौधे हरे हो रहे थे। बच्चे सूखे पौधों को हरा होते देख खुश थे वहीं मैं कोने में खड़ा इस घटना का अपने जीवन में अर्थ ढूँढ़ने की कोशिश कर रहा था।