होली
होली
आओ सभी मिलकर...
लोभ, क्रोध, ईर्ष्या, नकारात्मकता
की "होली" को जलाएँ...
अपनों के संग "होली" का
त्योंहार धुमधामसे मनायें।।
हे प्रभु आप रहना सदा
हमारे मन में...
दुर रहे बुराइयाँ सदा पुरे
जन जन मेंं...
"होलीका दहन" में यही
कामना हमारी...
सुख-शांती रहे हमारे वतन
के हर कण-कण में...
दूरियाँ दिल की मिटे,
हर कही अनुराग यहाँ,
ना द्वेश ना राग हो...
ऐसा यहाँ का "फाग" हो।।
जब घर में दीपक जलाए जाये
तो समझीये "दिपावली"
और....!!
बाहर चौक में अग्नि जलायी
जाये...
तो वह है "होली"....
शुभ प्रभात
अन्याय व अधर्म पर...
भक्ति व सत्य की जीत का
संदेश देने वाले...
"होलीका दहन पर्व की"
आप सभी को शुभकामनाएं बधाइयाँ।।
