कुशावर्तेश्वर महादेव मंदिर
कुशावर्तेश्वर महादेव मंदिर
नर्मदा तट ग्वारीघाट से लगे जिलहरीघाट पर
कुशावार्तेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर है।
इसके निर्माण का वास्तविक काल की
जानकारी तो किसी के पास नहीं है,
लेकिन बताया जाता है कि यहां लगभग 566 वर्षों से
भगवान की सेवा की जा रही है।
यह मंदिर जबलपुर में नर्मदा नदी के उत्तर तट पर
स्थित सभी प्राचीन मंदिरों से भी प्राचीन हैं।
यहां सावन में हर साल बड़ी संख्या में लोग
भगवान शंकर का अभिषेक करने के लिए पहुंचते हैं।
यह स्वयंसिद्ध मंदिर है, यहां पर प्रारंभ में एक कुंड था।
जिसमें शिवलिंग के नीचे जिलहरी थी और इसी कारण से
नर्मदा नदी के इस घाट को जिलहरी घाट के नाम से जाना जाने लगा।
कालांतर में साधु संतों का अत्यधिक जमावड़ा
इस कुंड के आसपास होने लगा अतएव इस कुंड को
सदैव के लिए बंद करके उसी स्थान पर
वर्तमान मन्दिर का निर्माण किया गया।
