पिता
पिता
कौन होते ह् पिता?
जिनकी ऊँगली थाम् हम सीखते हैं चलना,
वह होते है पिता।
जिन्हे हमारी सफलता पर सबसे ज्यादा गर्व हो,
वह होते है पिता।
जिन्हे हमारी हार पर हमसे ज़्यादा दुख हो,
वह होते है पिता।
जो हमारी हर ख्वाइशें पूरी करे,
वह होते है पिता।
माँ के डॉटने पर जो हमें है फुस्लाते,
वह होते है पिता।
अपने भीतर दर्द छिपाकर हमें हर पल जो हसाते,
वह होते है पिता।
जिन्होंने अपनी ख़ुशी त्याग कर हमें सब कुछ है दिलाया,
वह होते है पिता।
जिन्होंने दिन-रात काम कर हमें चैन से है सुलाया,
वह होते है पिता।
जो हमें छतरी देकर खुद बारिश में भीग्ते,
वह होते है पिता।
जो अपना प्यार हमसे बयां भी न कर पाते,
वह होते है पिता।
जिनका हाथ हमारे सर पर मरते दम तक हो,
वह होते है पिता।
अतः जिनसे है हमारा नाम,
वह होते है पिता।।