गाने ऊपर गाना
गाने ऊपर गाना
फिल्म - पगला कहीं का
धुन - तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे
मेरे कान्हा कहो कब आओगे
बीते सावन तुम्हारी यादों में
और कितना मुझे रुलाओगे
मेरे कान्हा कहो कब आओगे, मेरे कान्हा
बीते बचपन का भी ख्याल करो
कुछ तो गुजरे दिनों को याद करो
कितना तड़पी तुम्हारी यादों में
जब मिलोगे तो जान जाओगे ।
मेरे कान्हा कहो कब आओगे , मेरे कान्हा
छोड़ तुम क्यों गए ये वृंदावन
ये यमुना तट और बंसी की धुन
उस बंसी की धुन से मोहित हो
में दौड़ी चली ही आती थी
कहो अब कब मुझे बुलाओगे ।
मेरे कान्हा कहो कब आओगे, मेरे कान्हा
क्या वो मथुरा इतना प्यारा है
वृंदावन से भी क्या वो न्यारा है
क्या अब राधा की याद आती नहीं
ओ मेरे श्याम कितना मुझे तुम सताओगे
मेरे कान्हा कहो कब आओगे
बीते सावन तुम्हारी यादों में
और कितना मुझे रुलाओगे
मेरे कान्हा कहो कब आओगे, मेरे कान्हा।