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Mahaling Menkudale

Classics Others

4  

Mahaling Menkudale

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**जोगवा दे गआई**

**जोगवा दे गआई**

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चोर डाकू नष्ट कर ,लांडी लबाडी दूर कर,

बलात्कारी मंन ठार कर

एवढा जोगवा वाढ ग आई, एवढ्या जोगवा दे ||१||

    जोगवा दे ग आई मला जोगवा दे ग आई

भ्रष्टाचार बोकाळला अती, नायनाट कर त्याचा आधी

लाच मागतो जो त्याला कर भिकारी

एवढा जोगवा वाड ग आई , एवढा जोगवा दे ||२||

     जोगवा दे ग आई मला, जोगवा दे ग आई

खून करूनी तख्तावर बसती, दम देऊनी खंडणी उकळती, 

अबला लुटुनी वर मिरवीती

या साऱ्यांना गाड , मा दुर्गा माई

एवढा जोगवा वाढ ग आई, एवढा जोगवा दे ||३||

      जोगवा दे ग आई मला, जोगव दे ग आई

नको नको ते चित्र दावीती, तरुणाईला जे-बिघडविती,

खुंटव त्यांचे विचार आई,

एवढा जोगवा वाढ ग आई, एवढा जोगवा दे ||४||

    जोगवा दे ग आई मला,जोगवा दे ग आई

सुना-बाळाना अतीव छळती, हुंडा पैका सतत मागती,

काळी तोंड कर त्यांची वाघ्या बंद कर त्यांची

एवढा जोगवा वाढ ग आई, एवढा जोगवा दे ||५||

    जोगवा दे ग आई मला,जोगवा दे ग आई

दुनिया सारी कर शहणी, सुसंस्कृत विचार वाणी

सुख,शांती,समृद्धी देई सर्वांना आई 

एवढा जोगवा वाढ ग आई, एवढा जोगवा दे ||६||

      जोगवा दे ग आई मला,जोगवा दे ग आई


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