"वह अनमोल पल"
"वह अनमोल पल"
राजू ने उस दिन सीखा कि कुछ चीजें हमेशा नहीं रहतीं, लेकिन उनके साथ बिताए गए पल हमारी यादों में हमेशा ताजगी से बसे रहते हैं। सहज बेरी" न केवल स्वाद और ताकत का प्रतीक थी, बल्कि गांव की समृद्धि और एकता का प्रतीक भी बन चुकी थी। राजू ने सीखा कि असली अमीरी केवल धन में नहीं, बल्कि उस खुशी और संतोष में है, जो आप अपने काम से और अपने समुदाय की सेवा से प्राप्त करते हैं।
