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Pooja Kumari

Children Stories Inspirational

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Pooja Kumari

Children Stories Inspirational

धैर्य और कर्म का मंत्र

धैर्य और कर्म का मंत्र

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यह कहानी एक छोटे से गाँव में रहने वाली एक लड़की के बारे में है, जिसका नाम राधा था। राधा बहुत ही जिज्ञासु और चंचल स्वभाव की थी। उसे नई-नई चीजें सीखने और समझने का बहुत शौक था। लेकिन गाँव में उसकी जिज्ञासा को शांत करने के लिए बहुत कम साधन थे।


एक दिन, गाँव में एक वृद्ध साधु का आगमन हुआ। साधु बहुत ज्ञानी और अनुभवी थे, और गाँव के लोग उनसे मिलने के लिए उत्सुक थे। राधा ने भी साधु से मिलने का निश्चय किया। जब वह साधु के पास पहुंची, तो उसने उनसे पूछा, "मुझे कुछ अनोखा और अद्वितीय सिखाइए, जो मुझे जीवन में आगे बढ़ने में मदद करे।"


साधु ने मुस्कुराते हुए कहा, "मैं तुम्हें एक मंत्र सिखाऊँगा, जो तुम्हारी हर समस्या का समाधान करेगा।" राधा बहुत खुश हुई और ध्यान से सुनने लगी। साधु ने कहा, "यह मंत्र है, 'धैर्य और कर्म।' जब भी तुम किसी कठिनाई का सामना करो, इस मंत्र को याद रखना। धैर्य रखना और निरंतर कर्म करते रहना।"


राधा ने साधु के इस मंत्र को अपनी जीवन का मूल मंत्र बना लिया। जब भी वह किसी कठिनाई में पड़ती, वह धैर्य और कर्म को याद करती। धीरे-धीरे, उसने अपनी मेहनत और धैर्य से अपने गाँव का नाम रोशन किया। वह एक सफल और ज्ञानी महिला बनी, जो अपने गाँव और आसपास के लोगों की मदद करती थी।


राधा की इस कहानी से यह सिखने को मिलता है कि जीवन में धैर्य और कर्म का बहुत बड़ा महत्व है। कठिनाइयों का सामना धैर्य और निरंतर प्रयास से ही किया जा सकता है।


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