सूरज और बादल
सूरज और बादल
नीले नीले आसमान के आंगन में छोटे छोटे बादल भाग दौड़ कर रहे थे । एक दूसरे के पीछे भाग रहे थे । पकड़म पकड़ाई खेल रहे थे । लुका छिपी भी खेल रहे थे । एक दूसरे को चिढ़ा रहे थे । कुछ बादल अट्टहास करते हुए लड़ झगड़ रहे थे । सूरज और किरण उनकी बाल लीलाएं देख देख कर बहुत खुश हो रहे थे जैसे माता पिता अपने बच्चों की क्रीड़ाएं देखकर खुश होते हैं । किरण तो उनकी बलैया ले रही थी और सूरज वात्सल्य की बारिश कर रहे थे । दोनों जने बादलों की गतिविधियां देखकर एक दूसरे से उनके नटखटपन के बारे में बातें कर रहे थे ।
इतने में नारद मुनि "नारायण नारायण" का आलाप करते हुए आ पहुंचे । सूरज और किरण को बादल लीला में निमग्न देखकर बड़े खुश हुए और कहने लगे
"हे आदित्य नारायण ! अपने बच्चों की क्रीड़ाएं देखकर खुश हो रहे हो । कितने मनोहारी बच्चे हैं ये । कोई सफेद तो कोई काला । कोई छोटा तो कोई बड़ा । कितने मधुर लग रहे हैं ये " ।
सूर्य देव और किरण ने नारद मुनि को प्रणाम किया और उन्हें यथोचित सम्मान देकर आसन पर विराजमान कर दिया । सूर्य देव बोले
"मुनिवर , जिस घर में बच्चे हों तो उनकी बाल लीलाएं देखने में ही सारा वक्त गुजर जाता है । कुछ भी करने का मन नहीं करता है। ऐसा मन करता है कि बस इनकी गतिविधियों को ही देखते रहें" ।
"बात तो आप सही कह रहे हैं भुवन भास्कर । मगर काम तो करना पड़ेगा ही ना । यदि आप काम नहीं करेंगे तो त्राहि-त्राहि मच जाएगी । फिर आपके तो बच्चे (बादल ) भी बहुत सारे हैं । एक गोपनीय बात पूछूं दिवाकर" ?
"हां हां, क्यों नहीं"
" आजकल इतने बच्चे कौन पैदा करता है जितने आपने किए हैं ? अब तो आधुनिक जमाना है । बस, एक या दो से काम चलाना है "
"आप सही कह रहे हैं मुनिवर । मगर हम क्या करें ? हमने जानबूझकर तो पैदा किए नहीं । जरा सा रौद्र रूप दिखाया नहीं कि बादल पैदा हो जाते हैं । अब क्या रौद्र रूप भी दिखाना बंद कर दें" ?
"अरे नहीं। खूब दिखाइए । मगर 'औलाद' पर तो नियंत्रण करना ही पड़ेगा" ?
"वो क्यों, मुनिवर" ?
"इसलिए कि धरती पर बोझ बहुत बढ़ रहा है । इसलिए सरकारें जनसंख्या नियंत्रण कानून ला रही हैं । इससे पहले कि वह कानून लेकर आये , तुम "नसबंदी" करवा लो " ।
सूर्य देव और किरण दोनों सोच में पड़ गए । क्या वाकई ऐसा हो जाएगा ? नारद जी उन्हें अल्टीमेटम दे गये । अब उनको भी लग रहा है कि कुछ तो कंट्रोल होना ही चाहिए । इसलिए अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं दोनों ।
