Akanksha Gupta (Vedantika)
Children
काश कोई सोन परी होती तो मैं उनसे कहता कि मेरे मम्मी पापा को एक अच्छा दोस्त बना दे।
उनके पास मेरे साथ खेलने के समय होना चाहिये। मेरे लिये एक घंटे का समय भी बहुत है उनके साथ
मैं बस यही इच्छा करता सोन परी से अगर वो होती तो
जिद
एक तरफा रिश्त...
रिश्तों का सा...
बहुत कुछ बाकी...
नाव
यादें
ख्वाहिश
जब तक
लालच,ईर्ष्या सब अपने मन से निकालने लगे तो उनका हर काम पूर्ण हो जाता। लालच,ईर्ष्या सब अपने मन से निकालने लगे तो उनका हर काम पूर्ण हो जाता।
तुम उस आवाज़ को उत्तर देना,’’ रानी शोभा ने कहा, ‘‘कल सुबह तुम मेरे घर आ जाओ। तुम उस आवाज़ को उत्तर देना,’’ रानी शोभा ने कहा, ‘‘कल सुबह तुम मेरे घर आ जाओ।
जैसे ही धूल जम गई, किंगपिन हार गया और आपराधिक साम्राज्य नष्ट हो गया। जैसे ही धूल जम गई, किंगपिन हार गया और आपराधिक साम्राज्य नष्ट हो गया।
कॉलोनी के लड़के सियार के गले और पैरों में रस्सी बांधकर खींच रहे थे और उसे पीट रहे थे। कॉलोनी के लड़के सियार के गले और पैरों में रस्सी बांधकर खींच रहे थे और उसे पीट रह...
रानू की आवाज सुनकर गीतू फूट -फूट कर रोने लगी और भागकर रानू के गले लग गयी। रानू की आवाज सुनकर गीतू फूट -फूट कर रोने लगी और भागकर रानू के गले लग गयी।
"अब हम जोंक नजर आने लगे हैं आपको, अहसान भी नहीं मानते हैं आप तो।" "अब हम जोंक नजर आने लगे हैं आपको, अहसान भी नहीं मानते हैं आप तो।"
"जी, वे स्वर्ग का पानी रोकने गए हैं। " "जी, वे स्वर्ग का पानी रोकने गए हैं। "
"सर ! मगहर और संत कबीर के बारे में और कुछ बताइए ना।" "सर ! मगहर और संत कबीर के बारे में और कुछ बताइए ना।"
हमारे आश्चर्य का ठिकाना न रहा जब फूफा जी हमें स्टेशन पर मिले । हमारे आश्चर्य का ठिकाना न रहा जब फूफा जी हमें स्टेशन पर मिले ।
वन हैं तो हम हैं...। वन हैं तो हम हैं...।
ये जो मोबाइल नाम का जरासीम है इसने सबको बीमार किया है। ये जो मोबाइल नाम का जरासीम है इसने सबको बीमार किया है।
पता नहीं, गयी होगी वह पगली माया कहीं भटकने। पता नहीं, गयी होगी वह पगली माया कहीं भटकने।
क्या बस डॉक्टर बनने तक ही मैं उनका बेटा हूँ? यही सवाल मेरे अंदर घर कर गया था । क्या बस डॉक्टर बनने तक ही मैं उनका बेटा हूँ? यही सवाल मेरे अंदर घर कर गया था ।
हे जादुई घड़ी ! कल मुझे सुबह पांच बजे जगाना। मुझे नानी के साथ मंदिर जाना है " हे जादुई घड़ी ! कल मुझे सुबह पांच बजे जगाना। मुझे नानी के साथ मंदिर जाना है "
क्या यह संभव है कि हम अधिकांश संक्रमण से अपने आप को सुरक्षित रख पाएं ? क्या यह संभव है कि हम अधिकांश संक्रमण से अपने आप को सुरक्षित रख पाएं ?
जीना पड़े तो भी हम खुशी से जी लेंगे; किंतु हमें ऐसे इंसान नहीं बनना।’’ जीना पड़े तो भी हम खुशी से जी लेंगे; किंतु हमें ऐसे इंसान नहीं बनना।’’
एक मक्खी की पूँछ की खोज की रोचक कहानी। एक मक्खी की पूँछ की खोज की रोचक कहानी।
बालकों में अच्छे संस्कार सिंचन का प्रयास.... आनन्द विश्वास बालकों में अच्छे संस्कार सिंचन का प्रयास.... आनन्द विश्वास
त्यौहार हो .....सबने खाना कर छत पर ही बिस्तर लगा कर सोने की तैयारी कर ली और मुझे कोने की जगह मिली. आ... त्यौहार हो .....सबने खाना कर छत पर ही बिस्तर लगा कर सोने की तैयारी कर ली और मुझे...
दुनिया में एक से एक अच्छी चीज़ है खाने की। सबका अपना-अपना स्वाद है। सबके अपने-अपने गुण हैं। दुनिया में एक से एक अच्छी चीज़ है खाने की। सबका अपना-अपना स्वाद है। सबके अपने-अप...