शिक्षक
शिक्षक


एक अच्छे विचार और संस्कार से परिपूर्ण, बिना किसी भेद भाव, रोष द्वेष ओर सच्चे समर्पण की भावना रखने वाला व्यक्तित्व। हमारे जीवन में आने वाले हर मुश्किल और कठिन परिस्थितियों के अनुरूप हमारा भविष्य की तैयारी को लेकर अपने वर्तमान को खपा देने वाला हर वो शख्स जो अपने अनुभव से कुछ अच्छी चीजों का ज्ञान देने वाला हो।
गुरु को हमारे जीवन में वो उच्चतम स्थान प्राप्त है, जो " गीत में उपदिशित, "मां फलेषु "" को प्राप्त है। भारतीय ओर सनातन संस्कृति में गुरु को गोविंद (भगवान) के समान का स्थान प्राप्त है, अंग्रेजी की एक मुहावरा "the first thing I learned in this world, behind of it my mom has a big role", हमारी प्रथम शिक्षिका हमारी मात
ाजी हुई। मैं बचपन में अती सुस्त प्रकार का लड़का था, अभी हमारी माताजी हमें क ख याद करवाए हम भी रट जाए, और भूल भी जाए। हमने अपने जीवन के 17 साल अपने शिक्षक के साथ व्यतीत किये। जिन से बहुत से अच्छे चीजें सीखने को मिला। कितना बोलना है, कहाँ बोलना है, और क्या बोलना है। एक अच्छे व्यक्तित्व के निर्माण में सबसे अहम भूमिका एक शिक्षक की होती है। चाहे वो कोई भी हो जहाँ कुछ सीखने को मिलता हो वहां से सीख लेना चाहिए। चाहे वो बरादराज के लिए कुआँ हो या स्वाय चान्यांक के लिए एक मां जो अपने बच्चों को गर्म खीर खिलाते वक़्त कहती है, तुम भी चान्यांक के जैसे मूर्ख हो गरम खीर को किनारे से खाने के बजाय बीच से खा रहे हो।
ज्ञान जो से को गुरु।