सच्ची सहेली
सच्ची सहेली
कागज़ और कलम सच्ची सहेली हैं। लिखती तो कलम है, पर कहानी कागज़ पर बन जाती है। दिल की कहानी जो दिमाग से बन जाती है, वो प्यारी कलम जो शब्दों के मोती पीरोकर कागज़ पर बिखर जाती है। कोई इस कलम के ज़रिए अपनी मंजिल तक पहुंच जाता है। कोई किसी के दिल में उतर जाता है, किसी के शब्द दिल को छू जाते हैं और किसी की रचना मन को प्रफुल्लित कर देती है। कोई अपने कलम के द्वारा दिलों पर छाप छोड़ देता है, तो कुछ कहानियों में कई राज़ छुपे होते हैं। एक ऐसी कलम जो कागज़ पर रंग बिखेर देती है। एक ऐसी सहेली जो कभी अलग हो जाए तो किसी के काम नहीं आती और साथ हो तो दिल जीत लेती है।
