सामाजिक जीवन
सामाजिक जीवन


मनुष्य के सामाजिक जीवन का आधार समाज है। समाज में परिवार, राजनीति, अर्थव्यवस्था, धर्म, नैतिकता तथा संस्कृति आदि से सम्बद्ध संस्थाओं एवं प्रणालियों का उद्भव एवं विकास होता है। व्यक्ति के जीवन से जुड़े इन विविध पक्षों, संस्थाओं एवं प्रणालियों के सामूहिक रूप को ही सामाजिक सरोकार अथवा सामाजिक जीवन की संज्ञा दी जाती है।