S.Dayal Singh
Inspirational
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*वह चिड़िया*
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घर में पहली पीढ़ी था जो पढ़ -लिख रही थी कोई रास्ता दिखाने वाला नही था। घर में पहली पीढ़ी था जो पढ़ -लिख रही थी कोई रास्ता दिखाने वाला नही था।
ऐसे व्यक्ति का आत्मविश्वास एवं स्वाभिमान निश्चित ही निराला होता है। ऐसे व्यक्ति का आत्मविश्वास एवं स्वाभिमान निश्चित ही निराला होता है।
श्रीमद्भगवद्गीता : ज्ञान का खजाना जिसने जीवन को समृद्धि और आनंद से भर दिया श्रीमद्भगवद्गीता : ज्ञान का खजाना जिसने जीवन को समृद्धि और आनंद से भर दिया
मुझ पर तेरा अधिकार है, माँ। लेकिन उस माँ का क्या होगा, जो बोलती कुछ नहीं! मुझ पर तेरा अधिकार है, माँ। लेकिन उस माँ का क्या होगा, जो बोलती कुछ नहीं!
एक टूटा हुआ दिल, और उस टूटे हुए दिल से प्यार करने वाली एक नवविवाहिता! एक टूटा हुआ दिल, और उस टूटे हुए दिल से प्यार करने वाली एक नवविवाहिता!
बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपइया बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपइया
आखिर कब तक माता शारदे एक माँ की वेदना एक बेटे की पुकार को अनसुनी करती। आखिर कब तक माता शारदे एक माँ की वेदना एक बेटे की पुकार को अनसुनी करती।
अपने चार जोड़ी कपड़े, कुछ पुरानी यादें और उस घर के कागजात को साथ लेकर वह अल्मोड़ा पहुंच अपने चार जोड़ी कपड़े, कुछ पुरानी यादें और उस घर के कागजात को साथ लेकर वह अल्मोड़...
वह कैसे भूल सकता है वे दिन जब माँ बड़ी कठिनाइयों से दो वक्त की रोटी जुटा पाती थीं। वह कैसे भूल सकता है वे दिन जब माँ बड़ी कठिनाइयों से दो वक्त की रोटी जुटा पाती थी...
आज के बाद झूठ का कभी सहारा मत लेना और ना ही सच को छुपाने की कोशिश। आज के बाद झूठ का कभी सहारा मत लेना और ना ही सच को छुपाने की कोशिश।
मेरे हाथ से चींटियाँ धीरे धीरे परी के हाथ पर चढ़ने लगी थीं… मैं एक एक करके चींटियों को उसके हाथ से नि... मेरे हाथ से चींटियाँ धीरे धीरे परी के हाथ पर चढ़ने लगी थीं… मैं एक एक करके चींटिय...
मेरा पति कह कर उसकी पक्षधर बनी तो यह भूल जाना कि फिर कभी ज़िंदगी में सिर उठा कर जी भी पायेगी .एक बा... मेरा पति कह कर उसकी पक्षधर बनी तो यह भूल जाना कि फिर कभी ज़िंदगी में सिर उठा कर...
समीर का जब दो बार आई.ए.एस. की पूर्व परीक्षा में चयन हो गया। तब पिताजी पर उसके विवाह का दबाव बढ़ा था। समीर का जब दो बार आई.ए.एस. की पूर्व परीक्षा में चयन हो गया। तब पिताजी पर उसके वि...
निशा मुझे बहुत पसंद है परंतु उसके लिए उसके स्वाभिमान से बढ़कर कुछ नहीं। निशा मुझे बहुत पसंद है परंतु उसके लिए उसके स्वाभिमान से बढ़कर कुछ नहीं।
अपनी कद्र करना सीख जाते है, तभी ये दुनिया भी हमारी कद्र करती है, हमसे प्यार करती है।" अपनी कद्र करना सीख जाते है, तभी ये दुनिया भी हमारी कद्र करती है, हमसे प्यार करती...
पढ़ो बेटा क्यूंकि तुम लोगो ने ही हमारी संस्कृति और हिंदी भाषा को आगे लेकर जाना है। पढ़ो बेटा क्यूंकि तुम लोगो ने ही हमारी संस्कृति और हिंदी भाषा को आगे लेकर जाना है...
"ये लिपस्टिक किस कलर की लगायी है ?बिल्कुल भी अच्छी नहीँ लग रही। "ये लिपस्टिक किस कलर की लगायी है ?बिल्कुल भी अच्छी नहीँ लग रही।
लंबे समय बाद हील्स पहनने की वजह से उसके पैर लड़खड़ा जाते हैं। जब एक लंबे अरसे तक किसी के साथ चलने की... लंबे समय बाद हील्स पहनने की वजह से उसके पैर लड़खड़ा जाते हैं। जब एक लंबे अरसे तक...
स्नेहा ने कहा- मैंने दुनिया जी ली। स्नेहा ने कहा- मैंने दुनिया जी ली।
इनका असली नाम बृजमोहन मिश्र था। इनका असली नाम बृजमोहन मिश्र था।