कंप्यूटर का महत्व
कंप्यूटर का महत्व
कम्प्यूटर शब्द (Word) एक ऐसा शब्द है जिसे सुनकर ऐसा महसूस (Feel) होता है कि इसके बिना मानव जीवन (Human Life) की कल्पना करना कल्पना करने (Imagine, Consider, Think) ही मात्र है क्योंकि हम देखते और जानते हैं की कम्प्यूटर का प्रयोग (Use) प्रत्येक स्थानों (All Places) पर समान (Equal) रूप से किया जाता है। छोटे से छोटे फर्म, किराना स्टोर भी इसका प्रयोग (Use) अपने व्यापार (Trade, Business) एवं स्वयं (Self) के लाभार्थ (Benifit) के लिए करते हैं।दूसरे शब्दों में हम इस प्रकार कह सकते हैं कि,"कंप्यूटर एक ऐसा संयंत्र (Machineries) है जिसके माध्यम से कोई भी मानव जो कम्प्यूटर चलाना (Operate) जानता हो उन सभी कार्यों (All Works) को सफलतापूर्वक (Successfully) कर लेता है जिनको कम्प्यूटर के अभाव (Absence) में करना कठिन (Difficult) हो जाता है और अधिक समय (Time) व श्रम (Labour or Work) भी लगता है।" कम्प्यूटर का अविष्कार (Notion) सन 1822 में चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) ने किया जो आजकल के कंप्यूटर से बिल्कुल अलग प्रकार का था,इसी लिए सबसे पहला मेकेनिकल कंप्यूटर (Mechanical Computer) सन 1822 में बने इस कंप्यूटर को माना जाता है। इसके बाद बैबेज (Babbage) ने दुबारा सन 1837 में पहला General Mechanical Computer तैयार किया जिसका नाम Analytical Engine रखा, जो Mechanical Computer के 15 वर्ष बाद बड़ी व कड़ी मेहनत से बनाया गया। इस समय वर्तमान (Present Time) में पाँचवीं पीढ़ी का अंतिम वर्ज़न (Fifth Generation Latest Version) 2010 में लांच (Launch)किया गया है जो Latest Version के नाम से जाना जाता है।इसके बाद न हीकम्प्यूटर का कोई version आया और न ही कोई पीढ़ी (Generation)।सबसे पहले 1946 में प्रथम पीढ़ी (First Generation) सन्सार (World)के सामने आयी जिसकी समय अवधि (Periodic) 13 साल 1959 तक रही।उसके बाद द्वितीय पीढ़ी (Second Generation) 1959 से लेकर 1965तक 6 वर्ष की अवधि का रहा।तृतीय पीढ़ी (Third Generation) 1965 सेलेकर 1971 तक रहा इसकी भी समय अवधि दोसरे पीढ़ी (SecondGeneration) के समय अवधि के बराबर (Equal) 6 साल ही रही।चतुर्थपीढ़ी (Fourth Generation) 1971 में आयी जो 1980 तक अर्थात 9साल रही।चौथी पीढ़ी (Fourth Generation) से कम्प्यूटर माईक्रो प्रोसेसरबेस्ड (Micro Processor Based) के आधार पर तैयार किया जाने लगाजो वर्तमान में भी चल रहा है।प्रथम चरण (First Generation) VacuumTube Based तथा द्वितीय चरण (Second Generation)Transistor Based एवम तृतीय चरण (Third Generation)Integrated Circuit Based के आधर पर बनाया गया था।पांचवा और अंतिम चरण (Fifth Generation) चौथे चरण (Fourth Generation)के भांति (Sort) माइक्रोप्रोसेसर बेस्ड (Microprocessor Based) के आधार पर सन 1980 में लॉन्च हुआ।यह दोसरी बात है कि 1980 के बाद बहुत सारे परिवर्तन (Changes) आये परन्तु कम्प्यूटर की पीढ़ी (Generation) में कोई परिवर्तन नहीं हुआ,यह सत्य है कि1980 के बाद से जनरेशन के बजाय केवल वर्ज़न (Only Version) में परिवर्तन (Changes) होते रहे। पांचवी तथा अंतिम वर्तमान पीढ़ी (Present Generation) का आयुकल (Age,Life) 40 वर्षों (Years) से अधिक हो रहा है।इस तरह हम बात करें तो कम्प्यूटर एक ऐसा उपकरण (Equipment) है जिसके माध्यम से हम उसकाम को आसानी से कर सकते हैं जो हमारे लिए ज़रूरी (Important) होता है।कम्प्यूटर में विभिन्न प्रकार के प्रकिया सामग्री स्थापित (Software Install) किये जाते हैं तथा अनेक प्रकार के प्रोग्रामों को चलाया (Operate, Run) किया जाता है।बच्चों को खेलने के लिए गेम से लेकर दोसरे मनोरंजन के सॉफ्टवेयर भी मौजूद हैं तथा विभिन्न प्रकार के कार्यों (Multiple, Different, All type works) को करने के लिए तरह तरह के, अलग अलग सॉफ्टवेयर या प्रोग्रामों का उपयोग करते हैं, परन्तु चाहें तो कुछ कार्यों को एक ही प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर के अंदर भी किया जा सकता है।बिना कम्प्यूटर के ज्ञान (Knowledge) के कोई भी छात्र (Students) अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर सकता क्योंकि प्रत्येक भाग (Fields) में सफलता (Acchievement, Success) पाने के लिए कम्प्यूटर का ज्ञान (Knowledge) होना अत्यंत आवश्यक (Ultra Important) है। अतः एक छात्र (Student) को अपने मकसद (Aim, Goal, Bull, Purpose) में सफल होने के लिए उस फील्ड के ज्ञान के साथ साथ कम्प्यूटर का सामान्य ज्ञान (Basic, Necessary Knowledge) होना भी बहुत ज़रूरी है क्योंकि वर्तमान समय (Present Time) में सभी फील्ड में कम्प्यूटर से सम्बन्धित (Related) प्रश्न (Questions) पूछे जाने लगे हैं तथा अब अधिकतर प्रतियोगिता (Competition, Entrance, Job, Sarkari Exam) भी ऑनलाइन या कम्प्यूटर के माध्यम से ही कराये जाने लगे हैं।ऐसी स्थिति (Condition) में कम्प्यूटर का ज्ञान (Computer Knowledge Power) होना और भी अधिक आवश्यक हो जाता है।अंत में इस बात का स्पष्टीकरण किया जाता है कि मानव जीवन में कम्प्यूटर की भूमिका, किरदार तथा महत्व (Role, Value, or Importance) अत्यधिक स्थान रखते हैं।
