कल
कल
एक लड़की जो अपने सपनो के लिए इतनी मेहनत करती है। लेकिन कभी किस्मत, तो कभी तकदीर साथ नही देती। तब वह अपना आने वाला कल लिखती है, "कहते है ना कुछ चीजों का पता चल जाता है कि आगे क्या होने वाला है , वह लिखती है... मेरा आने वाला कल पता नही क्या होगा, जो होगा मंजूरे खुदा होगा लेकिन किस्मत साथ दे ये जरूरी नही , उम्मीद तो केवल अपनी मेहनत पर है । पर जब पहली बार मे जब वह सपना टूट जाए, तो दिमाग मे एक उलझन - सी रहती है। जो हर दिन सोचने पर मजबूर कर देती है। जिस उम्मीद पर मुझे विश्वास था कही - न - कहीं वह कमजोर पड़ गई। लेकिन मैने लड़ना नही छोड़ा.. " आज नही ,तो कल सही जब किस्मत मे होगा तब सही। " क्योंकि जिंदगी का दूसरा नाम ही संघर्ष है। इस संघर्ष से ही सबको मिला एक मुकाम है।
मुझे चिंता है जो पहले नही मिला मुझे क्या अब भी नही मिलेगा? क्या फिर से ये दिल वो सब कुछ सहेगा।
पता नही मे मेहनत तो इतनी करती हूँ लेकिन कही - न- कहीं वो उस मुकाम तक आने मे चूक जाती है.. फिर ये दिल , दिमाग और मन इतना रोता है कि किसी से उस समय कुछ नही कह पाता। क्योंकि उस समय अपने अंदर ही एक सवाल चलता रहता है।
कि मै क्यों नही, हर बार ये क्यों होता हैं, फिर ये दिल रोता है और उम्मीद का दामन फीका हो जाता है।
भगवान कहते है " कर्म करो फल की चिंता मत करो। "
बताओ कैसे न करे? जब इतना कुछ करने के बाद भी कुछ न मिले तो सब की बाते ऐसी ही लगती है।
माना कि किसी को खुशी पहले मिल जाती है किसी को बाद मे । मुझे तो अबकी बार भी नही मिलेगी शायद जो पहले नही मिली वो अब क्या खाक मिलेंगी।
लेकिन मुझे अपनी मेहनत पर विश्वास है.. वह आज कल, परसो मे जरूर रंग लाएगी। अब कहानी मे आया मोड.... वही दिन आ गया जो मैने सोचा था..
अब कल आ गया... जो मैने सोचा था वही हुआ, वही होना था क्योंकि मुझे पता था लेकिन अबकी बार मुझे खुशी थी कि जो मैने सोचा वही हुआ।
"जो तकदीर मे नही था, मुझको मिला नही । "
इस दिन का मुझे आगाज था, कि यही होने वाला है इसलिए मे उदास नही थी।
चाहे ले लो कितनी भी परिक्षाएँ भगवान लेकिन ये होसला, संघर्ष तो नही छूटेगा। चाहे मंजिल कितनी भी हो दूर ये साहस कभी कम नही होगा। बल्कि इस सब से ।मेरी मेहनतऔर ज्यादा मजबूत ही बनेंगी...🙂
"तमन्नाओ से नही होते फैसले मुकद्दर के ,कोशिशे लाख सही मगर तकदीर भी एक चीज है..😇