Manoj Gupta

Fantasy

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Manoj Gupta

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खेल-खेल में पढ़ाई

खेल-खेल में पढ़ाई

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रविवार का दिन था संजय बिस्तर पर सो रहा था लगभग दिन के 12:00 बज गए थे तभी उसकी मम्मी खाना बना कर आई और संजय को जोर से डरने लगी और बोली संजय तू कितनी देर सोएगा देख दिन के 12:00 बज चुके हैं तो अब और कितना सोएगा संजय उठा तो देखा दिन के 12:00 बज चुके थे उसे अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हो रहा था लेकिन संजय आलसी था संजय ने अपनी मां से कहा आज तू रविवार का दिन है और अभी बाराही तो बजे हूं कम से कम 6:00 तो बज जाने दो भला शाम हो जाएगी फिर 6:00 बजे के बाद फिर मुझे सोने का मौका मिल जाए मां के बार-बार चिल्लाने और काटने पर संजय 12:00 बजे ही उठ गया संजय उठा मंजन किया चाहे पिया कुछ देर बाद खाना वाना खाया और फिर अपने दोस्तों के साथ पैसे और पत्ते खेलने चल दीया इसी तरह रोज व पैसे पत्ते खेलते हुए अपना सारा दिन व्यतीत कर लेता था।

उसकी मां उसकी इस हरकत से बहुत ज्यादा परेशान रहते थे लेकिन क्या करती रविवार का दिन बीता सोमवार का दिन आया सोमवार के दिन संजय को स्कूल जाना था उसकी मां ने संजय को 8:00 बजे के पहले पहले ही जगह दी और फिर संजय तैयार होकर स्कूल जाने लगा जैसे ही संजय स्कूल के आधे रास्ते में पहुंचा तभी संजय के गांव से पढ़ा लिखा व्यक्ति गुजर रहा था उसने संजय से इंग्लिश में पूछा how are you लेकिन संजय को तो कुछ आता ही नहीं था वह स्कूल जाता रोज और आधे रास्ते में ही दोस्तों के साथ खेलता और फिर स्कूल की छुट्टी होने के टाइम पर घर लौट आता था जब गांव के उस व्यक्ति ने एम संजय से पूछा how are you संजय भाई कुछ देर सोच वचार करने लगा और फिर बोला क्या हो गया संजय के गांव का जो पढ़ा लिखा व्यक्ति संजय से पूछा था।

वह संजय के ऊपर बहुत ही ज्यादा आसान और कहा कि तुम अपने स्कूल में क्या पढ़ने जाते हो तुम्हें तो इंग्लिश में कुछ भी नहीं आता संजय स्कूल गया लेकिन उसका मन बहुत उदास और गुस्से में था कुछ देर पढ़ा लिखा है और फिर छुट्टी होने पर घर लौट आया घर लौटने पर उसने यह सारी बात अपने दोस्त सोनू को बताई सोनू संजय का बहुत ही पक्का मित्र था वह संजय की सारी आदतें जानता था फिर सोमवार का दिन बीता और मंगलवार का दिन आया सोनू अपने दोस्त संजय के घर आया और संजय से कहा चलो दोस्त आज मैं तुम्हें खेल खल में पढ़ाई का मजा सिखाता हूं सोनू ने संजय को अपने स्कूल में लेगा वहां पर बहुत सारे पढ़ाई से ही बहुत अच्छी अच्छी और मजेदार खेल खेल वाए संजय को यह खेल खेल कर बहुत मजा आया क्योंकि इस खेल में ही संजय को हाउ आर यू का मतलब भी पता चल गया था क्योंकि संजय ने इंग्लिश का अंत्याक्षरी और इंग्लिश का वर्ड मीनिंग वाला खेल खेला था।

आज संजय बहुत खुश था क्योंकि जो व्यक्ति उसे चढ़ाते थे इंग्लिश पूछने पर आज संजय उस इंग्लिश का अर्थ जान गया था और अब संजय का मन पढ़ने में भी थोड़ा-थोड़ा लगने लगा था अगले दिन बुधवार को जब संजय स्कूल गया तो फिर वही संजय के गांव की पढ़े लिखे व्यक्ति ने संजय से कहा हाय संजय how are you संजय ने जवाब ने उत्तर दिया i am fine यह उत्तर सुनकर जो पढ़ा लिखा व्यक्ति था वह सोच में पड़ गया और फिर अपने घर लौट आया अब तो संजय और भी ज्यादा खुश था क्योंकि जो भी अब उससे इंग्लिश में बात करता है तो संजय जल्दी से उसका करारा जवाब दे देता था परंतु संजय की मिली अभी भी बहुत ज्यादा प्रबल नहीं हुई थी ज्यादा देर इंग्लिश बोलने पर वह आप भी थोड़ा थोड़ा हिचकी चाहता था लेकिन थोड़ा बहुत तो इंग्लिश से आने में लगा था।


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