इण्डियन फ़िल्म्स 2.1

इण्डियन फ़िल्म्स 2.1

3 mins
219



बिल्कुल-बिल्कुल शुरुआत से...


वो फ़ोटो, जिसमें सात महीने के मुझको तोन्या नानी ऊपर छत की तरफ़ उठा रही है, और मैंने सीने पर तीन चमकदार सितारों वाली सफ़ेद 'ओवरआल' पहनी है, मामा के दोस्त हैनरी आरोनोविच ने खींची थी। नानी ने बताया था, कि उसने ख़ुद ही उस दिन आकर मुझ नन्हे की तस्वीर खींचने प्रस्ताव रखा था। और कई सालों के बाद हैनरी आरोनोविच ने मुझे तीन टैन्कर्स के बारे में गाना सुनाया था। मुझे इतना अच्छा लगा, कि बाद में मैंने इस गाने को याद कर लिया और उसे गाया भी था। मैं “तीन टैन्कर्स” के बारे में गाता था, एरोड्रोम के बारे में गाता था, जहाँ “किसी के लिए तो ये सिर्फ उड़ान का मौसम है, मगर असल में है प्यार को बिदाई”, मगर ख़ास तौर से – “अगर दोस्त निकले अचानक।

” गाता था।

नानी मज़े से बताती है कि कैसे मैं उसके मिलिट्री यूनिट वाले ऑफ़िस में आया, उस कमरे में गया जहाँ टाइपिस्ट-लड़कियाँ बैठी थीं, और ज़ोर से गाने लगा : “अगर दोस्-स्त निकले अच्-चानक।” नानी को मेरी वजह से बहुत अटपटा लग रहा था – मैं इतनी ज़ोर से और सही-सही गा रहा था। इसलिए दूसरा स्टैंज़ा शुरू करते ही उसने अपनी साथी टाइपिस्ट स्पिरीना की ओर देखते हुए, जो बनावटी ढंग से मुस्कुरा रही थी, कहा: “सिर्योझेन्का, तूने पूरा तो गा लिया!” मैंने जवाब दिया: “पूरा कैसे गा लिया, जबकि अभी दो और स्टैंज़ा बाकी हैं?!” और मैं गाता रहा: “अगर नौज्-जवान पहा-आड़ पे – करे ना – आह, घबराए अचानक और नीचे।”

और इस तरह आख़िर तक गाता रहा। कोई बात नहीं, स्पिरीना बर्दाश्त करती रही और मुस्कुराती रही। वो अब कहाँ होगी?

नानी के ऑफ़िस के बाद हम अक्सर बेकरी चले जाते थे, जो हमारी ही बिल्डिंग में थी। बेकरी में सब हमें जानते थे – वहाँ भी मैं, ज़ाहिर था, ऊधम मचा रहा था, मगर सेल्सगर्ल्स मुझसे बहुत प्यार करती थीं। जैसे ही हम अंदर घुसे, मैं ये कहते हुए कि

“जाऊँ, दे-ए-खूँ, सब कुछ ठी-ईक तो है!” सीधे उस जगह गया, जहाँ ब्रेड रखी जाती है, मतलब जहाँ खरीदने वालों को जाना मना है। वहाँ से जब मैं बाहर निकला तो बदन पर सिर से पाँव तक सूखे टोस्ट और रिंग वाली ब्रेड लटक रही थी, मैंने रिपोर्ट दी: “सब ठी-ईक है!” सिर्फ मेरी नानी तोन्या को ठीक नहीं लग रहा था, क्योंकि उसे इतने सारे सूखे टोस्ट खरीदने ही नहीं थे। सेल्सगर्ल्स हँस रही थीं और कह रही थीं, कि वो मुझे ये सारे टोस्ट्स और रिंग वाली ब्रेड्स बेचने को तैयार हैं।

मगर मुझे रिंग वाली ब्रेड्स थोड़े ही न खरीदनी थी, मैं तो सिर्फ “दे-एखना चाहता था, सब ठी-ईक तो है”, और मैंने अपने बदन से सारी रिंग ब्रेड्स निकाल दीं, तोन्या नानी को उनके पैसे देने से बचा लिया।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Drama