Prabhawati Sandeep Wadwale (Nandedkar)

Inspirational

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Prabhawati Sandeep Wadwale (Nandedkar)

Inspirational

हाऊसवाईफ

हाऊसवाईफ

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रविवार का दिन था घर के बाहर लॉकडाऊन की वजहसे बाहर सब बंद था,सुबह से घर मे रहने की वजह से, राम घर मे बोर हो रहा था ! उसने बहुत देर तक टीवी देखी, अखबार पडा, सुबह की चाय पी, सुबह का नाश्ता किया, नहा धोकर, हॉल मे बैठा था, अचानक उस्की नजर, रूम मे लटके हुए झूमर पर पडी ऊस झूमर मे अलग अलग तरह की लाइटिंग बंद रूम मे चमक रही थी, झुमर देखने मे बहुत खूबसूरत लग रहा था, राम सोच रहा था, इतनााा खूबसूरत झूमर कब खरी दा था उसे याद नही आ रहा था, उसने बहुत सोचा, सोच राहा, था तब भी उसकी बेटी नेेे उसे आवाज "पापा आप क्या सोच रहे हो, बेटी ने पूछा , राम ने बोला बेटा एक बात बताओ झूमर कब खरीदा था! उसके बेटी नेेे जवाब दिया

"पापा आप भूल गये हो क्या" , राम ने बोला "क्या भूल गया हूँ बेटा", "पापा आपकी शादी की सालगिरह पर मम्मी ने बनाया, मम्मी ने आप को दिखाया भी था ना पाप आप सच बताना, आप भूल गये थे ना", राम सोच रहा था, मेरे वाईफ को क्या क्या अच्छा लगता है ! मुझे कुछ भी पता नही नही! शादी हुई थी तब कुछ ना कुछ बनाकर दिखाती थी राम सुबह से देख रहा था है उसकी वाइफ कितना काम कर रही थी! सबने नाश्ता किया चाय पी, खानाा खाया, मेरी वाइफ ने अच्छे से चाय भी ने दी, और नाश्ता भी नही किया , सुबह से वो कााम कर रही है ! परम उसके चेहरे पे सिकन तक नही है! कुछ शिकायत भी नही करती है !सुबह सेेेेेे काम कर कर थक गयी फिर भी, काम कर रही है सबका खयाल रही है! बिना शिकायत सबकुछ कर रही है! सबके बीच में खुद कोई भूल गई कितनी अच्छी है वो! राम सोच रहा था जब से शादी हुई है तब से मैनेे मेरी वाइफ की तरफ ध्यान ही नही दिया हैं ! पहले पहले वो कुछ नयाा बनाती थी सबसेेेे पहले मुझे देखाती थी। मै ही पागल था! हर साल शादी की सालगिरा भूल जाता हु, उसका बर्थडे भी भुल जाता हु

फिर भी वो शिकायत नही करती शादी हो कर पू रे से छ साल हो गये मैने कभी उसे बाहर घूमने के लिये नही लेके गया! नाही कभी खाना खाने केेे लिए अकेलेेे बाहर लेके नही गया कब लेके गया था उसेेे याद भी नही आ रहा था !

उसने सोचा कल छुट्टी लेकर घर मे ही बैठता हूँकल मै बँक जाऊंगा ही नही मेरी वाइफ दिन भर क्या क्या करती है सुबह से शाम तक उसको ही देखुंगा मुसे समझने की कोशिश करूँगा जिम्मेदारी निभाते निभाते। साथ देनेेेे वाली वाइफ कोई भूल गया हूँ वो तो पूरा दिन घर मे ही रहती है बाहेर जाती है तब जब कुछ सामान लाना होताा है ! ऊस का अकेली का परिवार नही है मै जरूर पैसे कमाता हूँ मेरी वाइफ के वजेसे है मै हु खुश रहता हु! मेरा पूरा परिवार हसता खेळता रहता है ! अगर वो नही होती है तो मेरी क्या हालत होगी, वो खुद का खयाल नही रख पाती है तोमुझे उसका खयाल रखनाा चाहिए था मै कितना बेवकूफ, जो लडकी माँ बाबा पूरा परिवार छोडकर मेरे लिए मेरेे घर आई मेरे परिवार को अपना परिवार माना, सब का खयाल रखना जिम्मेदारी या हर एक रिश्ता पुरे दिल से उसने निभाया, मैने क्या किया उसके लिए कुछ भी नही , असे मै खुदको वादा करता हूँ मै मेरे वाईफ का खयाल रखुुगा बहुत जादा प्यार करुंगा उसे किसी चीज की कमी होने दुंगा, दुसरे दिन राम सुबह चार बजे उठ गया उसेेेेे पहले है उसकी वाइफ हो जाती है !

सूबह उठकर झाडू से पुरा घर साफ करती हैसबके रुमे झाडू लगाकर, पोछा मारती है !ब्रश कर के नहा धोकर, किचन मे जाकर सब के लिए अलग अलग चाय बनाती है, किसी केे लिए कॉफी, किसी के लिये चाय, इसके लिए गरम दूध, किसी के लिए बुस्ट, किसीं के लिए ब्लॅक टी, किसी के ब्लॅक कॉफी, हर इंसान के लिये अलग अलग कुछ कुछ बनाती है, राम चुप केे से सबकुछ दिखता है ! सब तयारी कर के पूजा घर मे जाती है! पूजा घर साफ कर के पूजा करने के लिए बैठती है! पूजा होने के बाद सब के रूम मे जाकर सबको अलग अलग चाय दे देती है! खुद के लिए एक कप भरकर रखती है, जब चाय पीने के लिए कब उठाती है तभी राम आवाज दे देता हैं ! चाय का कप वैसे ही रखंकर चली जाती है तब तक चाय ठडी हो जाती है , दुबारा पीने के लिए बैठती है तब भी दादी आवाज देती है, तभी चाय पी नही पाती, उसके बाद नाश्ते की तयारी करने के लिए जुट जाती है !

          सबकेेे लिए पसंदीदा नाश्ताा बनाती है! जिस को जो चाहिये वो मांगने से पहले देे दती है ! सबको गरमा गरम नाश्ता करा कर, सबके बर्तन साफ करने लग जाती है ! कोई पार जा रहा हो, उसके लिए टिफिन बनाकर रखती है! खुद नास्ता करना भूल जाती है ! सब खाना बना कर गरमागरम खाना टिफिन भरकर कर बहार जाने वालों के हाथ मे दे देती है ! धोने वाले कपडे पानी मे भिगोकर रखकर किचन साफ करने मे जूट जाती है किचन साफ कर कर कपडेेेेेे धोने के लिये चली जाती है चली जाती हैं ! कपडेेे धोकर सुकाकर घर मे झाडू लगाने के लिए , सब के रूम मे जाकर, बॅड साफ कर पूरा रूम साफकर दोपहर के दो बचते हैं ! सबको गरमागरम खाना खिलाने वाली बचा हूँ वा खानााा खाती है !खाना खाने के बाद कपडे प्रेस करने बैठक जाती है !

प्लीज कपडे होनेे के बाद सबके रूम मे रख कर, रात के खानेेे के लिए सब्जी काट कर रखती है! फिर रात का खाना बनाने के लिए जुट जाती है ! सब कुछ राम देखता है ! राम को बहुत बुरा लगता है. मै तो छह एक घंटे काम करता हूँ , मेरी वाइफ को सुबह से रात तक, सब उठने से पहले उठती हैं सब के सो जाती है , मेरा पुरा हसता खेळता परिवार, मेरी वाइफ की वजेसे हैं, वही मेरेेे परिवार की जाण हैं, मेरी शान है, हो नही है तो परिवार है ही नही, मै मेरी वाइफ की परछाई बनूंगा उसका खयाल रखूंगा, मेरा परिवार पुरा मेरे वाइफ के अंदर है औरत के बिना घर घर नही है ! हे सब को ध्यान मे रखना होगा हाऊस वाइफ की इज्जत करणी होगी, सभी खुशाल परिवार समाज मे आयेगा !!!!


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