दरवाज़ा 6 फुट का !
दरवाज़ा 6 फुट का !
कितना खिजा खिजा सा रहने लगी थी सुधा जब अपनी उम्र की सारी सहेलियों की शादी हो गयी सब के बच्चे हो गए। सब अपनी अपनी घर गृह्थी मे सिमट गयीं। अच्छी खासी पढ़ाई, अच्छी खासी नौकरी सब कुछ होने के बावजूद भी कहीं रिश्ते की बात न बनती। कारण सिर्फ उसका कम कद। 5.1 फुट कद भी लोगों को कम लगता था। लड़के वाले आते चाय नाश्ता करते और कभी कम कद तो कभी कुंडली न मिलने का बहाना बना कर रिश्ते से पीछे हट जाते। कुछ लोग तो वापिस फ़ोन करना भी जरूरी नहीं समझते थे।
अपने इस कम कद के बारे मे सुन सुन कर हीन भावना का शिकार होने लगी थी। " मुझे अब शादी ही नहीं करनी। तंग आ गई हूँ मैं लोगों के सामने अपनी नुमाइश लगाते लगाते। "सुधा की ऐसी बातें सुन कर उसकी माँ हमेशा कहती की हिम्मत नहीं हारते, लोगों का क्या है उनका काम है औरों मे कमी निकालना, उन्हें क्या पता मेरी लाड़ली मे कितने गुण हैं ?? जो तुझे पसंद नहीं करते ये उनकी किस्मत है जो हीरा छोड़ के जाते हैं। माँ की ये बातें तस्सल्ली तो देती थीं पर अंदरुनी खुशी नहीं। क्यूँकि उसकी ख़ुशी तो उसके भाई मे अटकी थी जो अपनी बहिन को ऐसे देख देख़ कर दुखी होता था। पर वो कहते हैं ना जोड़ियाँ आसमान मे बनती हैं तो बस अपने सारे प्रयासों के बाद भी अपनी बहिन के लिए योग्य वर नहीं ढूंढ पा रहा था। अपने लिए रिश्ते आने लगे थे पर अपनी शादी के लिए तयार ना होता, ये कह कर की मेरी बहन की जिम्मेवारी मेरे पापा मुझ पर छोड़ के गए हैं। जब तक बहन की शादी नहीं होती अपनी शादी के बारे मे सोचूँगा भी नहीं। घर का माहौल बहुत शांत - शान्त सा रहने लगा। एक माँ थी जिसने आस लगा रखी थी की कोई तो सच्चा हमसफ़र आएगा जो पसंद करेगा मेरी लाडो को बस उसकी सच्चाई, उसकी अच्छाई देख कर। तभी एक रिश्ता आया, सब कुछ अच्छा लगा बस बात अटकी तो सिफ लड़के की हाइट पर। जो की 6 फुट थी। सुधा ने कहा माँ मैं नहीं जाउंगी लडके से मिलने और अपना मज़ाक बनवाने। जब औसतन 5.7" के लड़कों को मैं कम कद की लगती हुईं तो ये क्यों पसंद करेगा मुझे ? पर बार बार माँ और भाई के कहने पर मिलने को तैयार हुई।
जब लड़के वालों से मीटिंग हुई और बातचीत का सिलसिला आगे बड़ा तभी लड़के को सुधा की आँखों मे वो दिखा जो अभी तक किसी को न दिखा ..उसकी सच्चाई उसका बात बात पर आँखों मे पानी आना। " जब रोहित ने सुधा को कहा आप बहुत इमोशनल लगते हो मुझे क्यूंकि आपकी आंखों मे सच्चाई है। " सुधा ने मन ही मन मे सोचा ऐसी बातें करने का क्या फायदा जब शादी तो हाइट देख कर ही करनी है। तभी रोहित ने सबके सामने माँ से कहा आंटी जी बाकी तो सब ठीक है..पर ...
शायद इस पर का मतलब हम सब जानते थे, पर फिर भी माँ बोलीं हाँ बेटा.. बोलो क्या कहना चाहते हो.." आपको अपने घर के दरवाज़े 6 फुट के करवाने पड़ेंगे " मुझे मेरा Soulmate मिल गया है !