Vimla Jain

Tragedy Action

4.3  

Vimla Jain

Tragedy Action

चलती का नाम गाड़ी

चलती का नाम गाड़ी

5 mins
114


प्रस्तावना 

बीती ताहि बिसारि दे, आगे की सुधि लेइ। जो बनि आवै सहज में, ताही में चित देइ॥ ताही में चित देइ, बात जोई बनि आवै। दुर्जन हंसे न कोइ, चित्त मैं खता न पावै

अर्थात

बीती हुई बातों को पकड़ के बैठे रहने से कुछ हासिल होने वाला नहीं है, भविष्य का चिंतन करें, उसे खुशहाल बनाने की योजना बनाएं. नये साल का आगाज नयी उम्मीदों के साथ हो।

समय बड़ा बलवान है, अमूल्य है। बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता। इस लोकोक्ति का अर्थ है मनुष्य को बीती बातों को भुला कर आगे बढ़ने की बात सोचनी चाहिए। रुका हुआ पानी गन्दगी से भरकर कीचड़ हो जाता है और बहता हुआ पानी निर्मल व ने स्वच्छ रहता है। ठीक उसी प्रकार मनुष्य को अपने भूतकाल की दुखद घटनाओं, हानियों व असफलता के बारे में सोचकर व्यथित नहीं होना चाहिए। निराशा से आशा की और कदम बढ़ाने होंगे। आगे क्या करना है यह सोचना होगा। आगे बढ़ने का नाम जिंदगी है इसी पर मेरी कहानी

शिखा अपनी दोस्त स्वर्णा के घर गई थी 1 वीक रहने के लिए छुट्टियां मनाने।

स्वर्णा की बेटी एमबीए कर रही थी ।

उसका उसके सहपाठी से अफेयर चल रहा था। घरवालों को भी पता था। और वे सोच रहे थे एमबीए पूरा हो और इनकी जॉब लगे और शादी करने का।

स्वर्णा की बेटी पढ़ाई में बहुत होशियार थी।

 उन लोगों के केंपस इंटरव्यू में बहुत सारी कंपनी जॉब के लिए आई थी।

तो उसको काफी अच्छी जॉब ऑफर हुई और उसने ले ली।

मगर उस लड़के को बहुत ज्यादा अच्छी जॉब ऑफर नहीं हुई, तो उसका इगो हर्ट हो गया। उसके स्वाभिमान को ठेस लगी।

मगर उसने उस लड़की को कुछ नहीं बोला। मगर उसके व्यवहार में थोड़ा बदलाव आ गया था। क्योंकि घर वालों को लग रहा था कि दोनों की शादी करें।

तो घर वाले उनके कहीं जाने आने से रोक नहीं रहे थे। अब लड़की ने सोचा कि मेरा जॉब लग गया। अब दोनों की जॉब सिक्योर हो गई है, तो उसने उसको शादी का प्रपोजल रखा ।

और बोला कि मैं तुमको प्यार करती हूं ,और इतने साल से अपन साथ हैं।

तुम्हारी हर हरकत यह बताती है कि तुम भी मुझको प्यार करते हो ,तो क्यों ना अब अपन जॉब लग गई है तो शादी कर ले।

तो लड़के ने एकदम व्यंग भरा हंसते हुए बोला, प्यार और तुमसे मैं तुमसे प्यार नहीं करता हूं। शादी तो कदापि नहीं,

लड़की का दिल टूट गया ।वह घर आई बहुत दुखी थी। उसने अपनी मां को सब बात बताई। शिखा भी वहां पर बैठी थी। वह सब सुन रही थी। उसको लगा कि मेरी तरह इसकी लड़की भी कहीं जिंदगी बर्बाद ना कर दे।

तो शिखा सोचा आज इसको रहने देती हूं।

कल सुबह उससे बात करूंगी।

और उसको समझा दूंगी उसे।

एक लड़के के लिए अपनी जिंदगी बर्बाद ना करें।

रात शिखा अपनी जिंदगी के ख्यालों में खो गई। उसको ख्याल आया।

किस तरह से उसको भूपेंद्र से प्यार हो गया था। बचपन से दोनों साथ थे ।16 साल दोनों का प्यार चला। 16 साल बाद जब घर में शादी की बात आई तो भूपेंद्र के पेरेंट्स, वे काफी पैसे वाले थे । एक लड़का एक लड़की थे।

शिखा सामान्य परिवार से थी।

पहले तो उन लोगों ने शादी से मना कर दिया। मगर भूपेंद्र नहीं माना तो शादी कर दी।

शादी के एक महीने बाद ही भूपेंद्र ने अपने रंग ढंग बदल लिए।

और शिखा को छोड़ दूसरी लड़की के पीछे पागल हो गया। यह बात शिखा को पता लगी बहुत झगड़ा हुआ। भूपेंद्र के पेरेंट्स तो चाहते थे कि दोनों का डाइवोर्स हो जाए।

तो दोनों ने म्यूचुअल अंडरस्टैंडिंग से आपसी रजामंदी से डाइवोर्स ले लिया ।

1 महीने की शादी के बाद डाइवोर्स से शिखा काफी टूट गई थी।

इस बात को भी 2 साल हो गए थे।

इस बीच में उसने होम साइंस का आगे चाइल्ड डेवलपमेंट का कोई कोर्स करा और उसी के चलते उसको डिसएबल बच्चों के स्कूल में जॉब मिली ।वह जॉब कर रही थी मगर भूपेंद्र को भूल नहीं पा रही थी। यही सोच, उसने सोचा कि मैं इसकी बेटी को समझाऊं गी।

मगर सुबह उठती है तो देखती है उसकी फ्रेंड की बेटी कुछ गुनगुना रही थी ।और बहुत सुंदर तैयार हो रही थी।

उसने उससे पूछा कि कल तेरे साथ ऐसा हुआ तो तेरे को दुख नहीं हुआ।

तेरा दिल तोड़ दिया उसने तो।

उसकी फ्रेंड की बेटी ने जवाब दिया...

शो मस्ट गो ऑन

एक के जाने से क्या मैं जिंदगी भर उसको याद करके बैठी रहूंगी। बेवफा निकला। तू वह मस्ती से रहे ,और मैं रोती रहूंगी । नॉट पॉसिबल

अब ऐसा नहीं होता है मासी ।

जिंदगी में और भी अच्छे लोग मिलेंगे।

 इसलिए मुझे कोई टेंशन नहीं है।

 आगे जाकर उसको ही टेंशन होने वाला है।

कि उसने ऐसा क्यों किया ।

और गिल्टी फील करने वाला है।

यह सुन पहले तो

शिखा सोचने लगी। यह आजकल के बच्चे भी किसी बात को सीरियसली नहीं लेते है।

मगर वह बहुत गहरी सोच में गई।

फिर उसने सोचा ,जब भूपेंद्र इतने साल का प्यार और विश्वास को धोखा देकर ,नई लड़की के साथ में जिंदगी बसर कर सकता है ।

तो मैं क्यों नहीं जिंदगी में आगे बढूँ।

और इस सोच के साथ में वह खुशी-खुशी अपने घर गई।

कुछ दिनों के बाद ही उसने अपने सहकार्य कर टीचर के साथ शादी कर ली। और शादी के साथ ही उसको अमेरिका में डिसएबल बच्चों की स्कूल में नौकरी का ऑफर मिला ।

और वे दोनों जने वहां चले गए ।

वहां सेटल हो गए ।आज तो उनके दो बेटियां हैं। और बहुत अच्छे से रह रहे हैं ।

इसीलिए कहते हैं की सीख लेने के लिए ग्रहण करने के लिए कोई समय नहीं होता।

कोई छोटा बड़ा नहीं होता ।

जब जिससे अच्छी सीख मिल जाए ले लो तो जिंदगी गुलशन हो जाती है संवर जाती है



Rate this content
Log in

Similar hindi story from Tragedy