अपनों ने किए उसके हर ख़्वाब पराये , हर क़दम के आगे जिम्मेवारी आये , आख़िर क्यों उस पर ये आफ़त आई , अप... अपनों ने किए उसके हर ख़्वाब पराये , हर क़दम के आगे जिम्मेवारी आये , आख़िर क्यों उ...
क्यों हुआ प्रेम ही मौन है आखिर ज़िम्मेदार कौन है क्यों हुआ प्रेम ही मौन है आखिर ज़िम्मेदार कौन है
तो क्या अब मैं तेरी गोद में सर रखकर नहीं सो पाऊंगा तो क्या अब मैं तेरी गोद में सर रखकर नहीं सो पाऊंगा
लालच की भनक भी इनमें न आ पायी, कड़ी धूप में ज़िन्दगी ने की इनकी खूब कुटाई। लालच की भनक भी इनमें न आ पायी, कड़ी धूप में ज़िन्दगी ने की इनकी खूब कुटाई।
समझ कुदरत के इशारों को लापरवाही ज़रा छोड़ दे समझ कुदरत के इशारों को लापरवाही ज़रा छोड़ दे