ताकि फिर से कोई भी हिम्मत न करे दुष्कर्म की समाज मे कोई दुबारा। ताकि फिर से कोई भी हिम्मत न करे दुष्कर्म की समाज मे कोई दुबारा।
जरा से दूध के चक्कर में गाय के बच्चे का हत्यारा हो गया। जरा से दूध के चक्कर में गाय के बच्चे का हत्यारा हो गया।
इतने पैर चल रहे थे कि कौन आ गया यह, शमशान कहेगी। इतने पैर चल रहे थे कि कौन आ गया यह, शमशान कहेगी।
लफ़्ज़ों से कहता नहीं तुम निगाहों में मुझे पढ़ लेती हो कितना भी दर्द में हो लफ़्ज़ों से कहता नहीं तुम निगाहों में मुझे पढ़ लेती हो कितना भी दर्द में हो
मानवता के रक्षण को गाथा बड़े बड़े संघर्षों की मानवता के रक्षण को गाथा बड़े बड़े संघर्षों की
रोज ही अपने मन के, एक छोटे से हिस्से को, मार रहा था रोज ही अपने मन के, एक छोटे से हिस्से को, मार रहा था