प्रेम ने जब भी दिल पर दस्तक दी, मैं नकारते हुए आगे बढ़ती गयी। प्रेम ने जब भी दिल पर दस्तक दी, मैं नकारते हुए आगे बढ़ती गयी।
सारा विश्व मौन खड़ा है, बस अपना स्वार्थ सभी को भाया है सारा विश्व मौन खड़ा है, बस अपना स्वार्थ सभी को भाया है
जिनके होती पारदर्शी नजर वो बनते जिंदगी में समंदर जिनके होती पारदर्शी नजर वो बनते जिंदगी में समंदर
वर्तमान पीढ़ी को भी जगाओ। धरा पर ही स्वर्ग बनाओ।। वर्तमान पीढ़ी को भी जगाओ। धरा पर ही स्वर्ग बनाओ।।
माटी की खुशबू में महकती है हिंदी...! वीरों के लहू में धड़कती है हिंदी...!! माटी की खुशबू में महकती है हिंदी...! वीरों के लहू में धड़कती है हिंदी....