किसी का दस्तख़त है कागजों पर किसी का नाम पाया जा रहा है।। किसी का दस्तख़त है कागजों पर किसी का नाम पाया जा रहा है।।
न दर्द से हो वाकिफ़ न दिल्लगी से, दाग और दामन की सर जमी में, न दर्द से हो वाकिफ़ न दिल्लगी से, दाग और दामन की सर जमी में,
मेरी उम्मीदों का सफर है तू, यूं ही न मुझको रुलाया कीजिए। मेरी उम्मीदों का सफर है तू, यूं ही न मुझको रुलाया कीजिए।