क्या कहें हम अनकहे रिश्ते को पूर्णावतार क्या कहें हम अनकहे रिश्ते को पूर्णावतार
मेरी कलम ने यह काम किया मेरी पहचान को आबाद किया मेरी कलम ने यह काम किया मेरी पहचान को आबाद किया
कुछ अनकहे अनजाने से हे ये कुछ जाने पहचाने से हे ये। कुछ अनकहे अनजाने से हे ये कुछ जाने पहचाने से हे ये।
कुछ कहते-कहते रुक जाना, इतनी नासमझ भी नहीं कि, समझ ना पाऊँ, कुछ कहते-कहते रुक जाना, इतनी नासमझ भी नहीं कि, समझ ना पाऊँ,
एक भ्रम के साथ, मैं भी आगे बढ़ रही हूँ कि मैं तुम्हें भूल गई...। एक भ्रम के साथ, मैं भी आगे बढ़ रही हूँ कि मैं तुम्हें भूल गई...।
धो डालो वो शिकवे जो कभी किसी ने किसी से कहे नहीं। धो डालो वो शिकवे जो कभी किसी ने किसी से कहे नहीं।