STORYMIRROR

Disha Gaur

Others

2  

Disha Gaur

Others

एक पयाम बादल को

एक पयाम बादल को

1 min
423

सुनो ओ मेघ!

ले जाओ गिला

अनकहा सा


जो बेबात ही

सबके होठों

पे ठहरा है।


धो डालो वो

शिकवे

जो कभी किसी

ने किसी से

कहे नहीं।

 


Rate this content
Log in