एक पयाम बादल को
एक पयाम बादल को
1 min
427
सुनो ओ मेघ!
ले जाओ गिला
अनकहा सा
जो बेबात ही
सबके होठों
पे ठहरा है।
धो डालो वो
शिकवे
जो कभी किसी
ने किसी से
कहे नहीं।