हम तो हाँड़-माँस के चलते फिरते सिर्फ़ पुतले हैं! हम तो हाँड़-माँस के चलते फिरते सिर्फ़ पुतले हैं!
समस्या से निजात पाने का उसका एहसास एक मजदूर का शाम होते देख एक ठंडी आह समस्या से निजात पाने का उसका एहसास एक मजदूर का शाम होते देख एक ठं...
क्यों अनदेखी हो रही है गरीब की लाचारी, हाय! कितने निर्दयी है यह व्यभिचारी। क्यों अनदेखी हो रही है गरीब की लाचारी, हाय! कितने निर्दयी है यह व्यभिचारी।
परिवार में खुशी का सागर स्नेह का गागर छलकाने वाली बेटियों को नमन परिवार में खुशी का सागर स्नेह का गागर छलकाने वाली बेटियों को नमन