देखो ऐसे ऐसे भी होते है सबके अपने राम। देखो ऐसे ऐसे भी होते है सबके अपने राम।
आशा विश्वास का संचार प्रभा प्रभाकर युग जीवन का प्रवाह! आना जाना संध्या और प्रभात आशा विश्वास का संचार प्रभा प्रभाकर युग जीवन का प्रवाह! आना जाना संध्या और...
बेटियों को समर्पित मेरी क़लम से कुछ पंक्तियाँ बेटियों को समर्पित मेरी क़लम से कुछ पंक्तियाँ
प्रेम भरी दुनिया है फिर भी मानव पड़ा हुआ है नग में।। प्रेम भरी दुनिया है फिर भी मानव पड़ा हुआ है नग में।।
जानती कुछ नहीं, तप विधि ज्ञान भी तुच्छ भी हो सफल, नेह पुचकार से। जानती कुछ नहीं, तप विधि ज्ञान भी तुच्छ भी हो सफल, नेह पुचकार से।
काल चक्र की लीला न्यारी अजब गजब बलिहारी रे। काल चक्र की लीला न्यारी अजब गजब बलिहारी रे।