देखो ऐसे ऐसे भी होते है सबके अपने राम। देखो ऐसे ऐसे भी होते है सबके अपने राम।
तेरी शरण में लीन हो जाऊं। तेरी शरण में लीन हो जाऊं।
बहती हुई धीरे-धीरे मौत की साहिल पे उम्र की कश्ती है। बहती हुई धीरे-धीरे मौत की साहिल पे उम्र की कश्ती है।
HOW WOULD YOU DEFINE LIFE IN WORDS? I KNOW ALL HAVE DIFFERENT WORDS TO EXPRESS, HERE IS MY VERSION O... HOW WOULD YOU DEFINE LIFE IN WORDS? I KNOW ALL HAVE DIFFERENT WORDS TO EXPRESS, ...
काश मैं घड़ी की मिनट वाली सुई होती... काश मैं घड़ी की मिनट वाली सुई होती...
काश! तेरा और मेरा रिश्ता भी, सुई और धागे के जैसा हो। काश! तेरा और मेरा रिश्ता भी, सुई और धागे के जैसा हो।